Members »
rajukumar13785
Junior Member
A member of the Poetry.com vibrant community of poetry lovers.
September 2022
1 year ago
Submitted Poems 1 total
चाँद सितारेचांद सितारे कितने प्यारे जगमग करते संसार हमारे। इनकी रोशनी जहां पड़ी वहां लगे मोती है लड़ी। रह रह कर छत में जाति आसमान को खूब निहारती। लगता चांद हमें निहारे चांद सितारे कितने प्यारे। मां हमें छत से पकड़ कर लाती। लोरी गा के हमें सुलाती। फिर वह ... | 1 View added 1 year ago | Rating |
... see them all »